Tuesday, February 11, 2014

कुण्डलिनी योग / क्रिया / आसन तृतीय चक्र - Kundalini Yoga / Kriya / Aasan Third Chakra

कुण्डलिनी योग / क्रिया / आसन तृतीय चक्र  - Kundalini Yoga / Kriya / Aasan Third Chakra

1. भुजंगासन 














2. धनुरासन 




3. वज्रोली



वज्रोली मुद्रा : पूर्ण रेचन करके श्वास रोक दें। जितनी देर सहजता से श्वास रुके बार-बार वज्रनाड़ी (जननेंद्रिय) का संकोचन विमोचन करें। ध्यान स्वाधिष्ठान चक्र (मूलाधार से चार अँगुल ऊपर रीढ़ में, जननेंद्रिय के ठीक पीछे) पर केंद्रित रहे।

वायु भक्षण : हवा को जानबूझकर कंठ से अन्न नली में निगलना। यह वायु तत्काल डकार के रूप में वापस आएगी। वायु निगलते वक्त कंठ पर जोर पड़ता है तथा अन्न नलिका से होकर वायु पेट तक जाकर पुन: लौट आती है।


अर्ध पादहस्तासन 






5. नाकरा  क्रिया एवं नौली क्रिया








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